Q.4 What is the Revised MSME Classification Criteria ? संशोधित एमएसएमई वर्गीकरण मापदंड क्या है?
Ans. Changes in Investment Limit
Category | Previous Limit | Revised Limit | Change (Amount) | Change (%) |
Micro Enterprises | Rs 1 crore | Rs 2.5 crore | +Rs 1.5 crore | +150% |
Small Enterprises | Rs 10 crore | Rs 25 crore | +Rs 15 crore | +150% |
Medium Enterprises | Rs 50 crore | Rs 125 crore | +Rs 75 crore | +150% |
Changes in Turnover Limit
Category | Previous Limit | Revised Limit | Change (Amount) | Change (%) |
Micro Enterprises | Rs 5 crore | Rs 10 crore | +Rs 5 crore | +100% |
Small Enterprises | Rs 50 crore | Rs 100 crore | +Rs 50 crore | +100% |
Medium Enterprises | Rs 250 crore | Rs 500 crore | +Rs 250 crore | +100% |
निवेश सीमा में परिवर्तन
श्रेणी | पूर्व सीमा | संशोधित सीमा | परिवर्तन (राशि) | परिवर्तन (%) |
सूक्ष्म उद्यम | ₹1 करोड़ | ₹2.5 करोड़ | +₹1.5 करोड़ | +150% |
लघु उद्यम | ₹10 करोड़ | ₹25 करोड़ | +₹15 करोड़ | +150% |
मध्यम उद्यम | ₹50 करोड़ | ₹125 करोड़ | +₹75 करोड़ | +150% |
टर्नओवर सीमा में परिवर्तन
श्रेणी | पूर्व सीमा | संशोधित सीमा | परिवर्तन (राशि) | परिवर्तन (%) |
सूक्ष्म उद्यम | ₹5 करोड़ | ₹10 करोड़ | +₹5 करोड़ | +100% |
लघु उद्यम | ₹50 करोड़ | ₹100 करोड़ | +₹50 करोड़ | +100% |
मध्यम उद्यम | ₹250 करोड़ | ₹500 करोड़ | +₹250 करोड़ | +100% |
Source: Budget 2025-26 |
Keywords: Investment Limit, Turnover Limit , Micro, Small, Medium |
Extra Info: क्रेडिट गारंटी योजना: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) की प्रमुख योजनाओं में से एक क्रेडिट गारंटी योजना का उद्देश्य सूक्ष्म और लघु उद्यमों (Micro and Small Enterprises – MSEs) को बिना किसी संपार्श्विक (Collateral) के ऋण प्रदान करना है। इस योजना में वर्ष 2023 में बदलाव किया गया, जिसके तहत: गारंटी कवरेज की अधिकतम सीमा ₹2 करोड़ से बढ़ाकर ₹5 करोड़ कर दी गई।वार्षिक गारंटी शुल्क (Annual Guarantee Fees) में कमी की गई।कानूनी कार्रवाई को माफ करने की सीमा (Threshold Limit) को बढ़ाया गया। MSME – व्यापार सक्षम और विपणन (MSME-TEAM) योजना: MSME मंत्रालय ने उद्यमी भारत कार्यक्रम के दौरान 27 जून 2024 को MSME-TEAM योजना की शुरुआत की। इस योजना का बजट ₹277.35 करोड़ निर्धारित किया गया है, जिसका उद्देश्य MSMEs के बीच व्यापार और वाणिज्य के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देना है। यह पहल सूक्ष्म और लघु उद्यमों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर शामिल होने में सहायता करती है।इसमें कैटलॉग तैयार करने, खाता प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स और पैकेजिंग में सहायता प्रदान की जाती है।इस योजना का लक्ष्य 5 लाख MSMEs को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है, जिसमें से 2.5 लाख MSMEs महिला उद्यमियों के स्वामित्व वाले होंगे।यह योजना MSMEs की बाजार तक पहुंच को बढ़ाएगी और उनकी क्षमता निर्माण में योगदान देगी। MSME चैंपियंस योजना: MSME चैंपियंस योजना का उद्देश्य MSME क्लस्टरों और उद्यमों का चयन करके उनके प्रक्रियाओं का आधुनिकीकरण, अपव्यय को कम करना, व्यवसाय प्रतिस्पर्धा को तेज करना और राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर उनकी पहुंच और उत्कृष्टता को बढ़ाना है। इस योजना के तीन प्रमुख घटक हैं: MSME-सस्टेनेबल (ZED):इसका उद्देश्य MSMEs को टिकाऊ (Sustainable) और पर्यावरण-अनुकूल व्यावसायिक प्रक्रियाएं अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।MSME-प्रतिस्पर्धी (LEAN):यह घटक उद्यमों को व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने, लागत में कमी और उत्पादन में गुणवत्ता सुधार के लिए सहायता प्रदान करता है।MSME-इनोवेटिव (Incubation, Design, IPR):यह घटक नवाचार, डिजाइन और बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप और MSMEs को समर्थन प्रदान करता है। |